मुजफ्फरनगर। आज एक महिला ने कचहरी में वकीलों के चैम्बर में तोड़फोड़ कर डाली। इस मामले को लेकर कचहरी में हड़कम्प मच गया। इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाओं ने भी जोर पकड़ लिया। पहले महिला को किसी मुकदमे का किसी मुकदमे का वादी बताते हुए वकीलों से नाराजगी के चलते तोड़फोड़ करने की अफवाह जोर पकड़ती रही, लेकिन बाद में मामला ही कुछ ओर निकला और वकीलों ने महिला के खिलाफ कार्यवाही कराने से इंकार कर दिया। महिला को पुलिस को सौंप दिया गया। पुलिस भी महिला को छोेड़ने के लिए विवश हो गये।
आज शनिवार को कचहरी में उस समय अफरा तफरी का माहौल बन गया, जबकि एक महिला ने कुछ वकीलों के चैम्बरों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। वकीलों ने इस महिला को रोका, लेकिन तब तक यह महिला गुस्से के चलते कई वकीलों के चैम्बरकी खिड़की के शीशों को चकनाचूर कर चुकी थी। महिला के इस तोड़फोड़ के चलते मौके पर वकीलों की भीड़ जुट गयी।
वही सूचना पर पुलिस कर्मी भी वहां पहुंच गये।
वकीलों ने महिला को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। महिला को पुलिस कर्मी लेकर सिविल लाइन थाना चले गये। वहीं कचहरी में चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया। पहले यह अफवाह चली कि जिन वकीलों का चैम्बर तोड़ा गया है। वहां पर महिला का केस चल रहा है। महिला ने नाराजगी में यह तोड़फोड़ की है। कुछ वकील भी सिविल लाइन थाने पहुंच गये थे। सिविल लाइन थाने में वकीलों ने महिला की हालत को देखकर उसके खिलाफ कार्यवाही से इंकार कर दिया।
सिविल लाइन थाना प्रभारी डीके त्यागी ने बताया कि जिस महिला ने वकीलों के चैम्बरों में तोड़फोड़ की वह विक्षिप्त है। उन्होंने बताया कि महिला को थाना लाया गया था, लेकिन महिला की हालत को देखकर उसके खिलाफ किसी ने कोई कार्यवाही करने के लिए तहरीर नहीं दी। महिला अपने होश में नहीं थी। इसी कारण डंडा उठाकर महिला ने अकारण ही वकीलों के चैम्बर की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिये थे। उन्होंने कहा कि महिला को उपचार के लिए जिला भिजवा दिया गया था। इसके साथ ही महिला कल्याण समिति को भी सूचित कर दिया गया है।
रिपोर्ट – संजीव कुमार, मुज़फ्फरनगर