लखनऊ- उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी में चल रही गहमागहमी के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर पहुंचे। उनके साथ संघ के बड़े नेता कृष्ण गोपाल भी उपस्थित है।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश भाजपा को लेकर पिछले 2 महीने से लगातार चर्चाओं का दौर गर्म है। प्रदेश में कई बार तो मुख्यमंत्री बदलने तक की चर्चाएं भी आई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच संबंध सामान्य न होने की चर्चाओं को बल तब ज़्यादा मिला जब प्रधानमंत्री के करीबी और पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को लखनऊ भेजा गया और चर्चा फैली कि उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उन्हें मिलने का भी समय नहीं दिया गया।
पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री के साथ-साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद जहां प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने घोषणा की थी कि भाजपा 2022 का चुनाव योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में, उनके चेहरे पर ही लड़ेगी वही केशव प्रसाद मौर्य और स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे दो बड़े नेताओं ने यह कहकर नयी चर्चाओं को जन्म दे दिया था कि इसका फैसला केंद्रीय आलाकमान करेगा।
इन्ही चर्चाओं के बीच आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर पहुंचे, उनके साथ संघ के बड़े नेता कृष्ण गोपाल भी उपस्थित हैं। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री दोपहर भोज पर उप मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचे हैं।
प्रदेश मे भाजपा सरकार बनने के बाद पहली बार केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर मुख्यमंत्री के जाने को राजनीतिक क्षेत्रों में नई चर्चाओं के तहत देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि भाजपा आलाकमान के दखल के बाद उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश नेता अब विवाद को शांत कर एकजुट होकर अगले चुनाव की तैयारी करने की रूपरेखा बना रहे हैं।
बताया जाता है कि केशव मौर्य के बेटे की शादी में मुख्यमंत्री नहीं पहुंचे थे इसलिए उन्हें शादी का आशीर्वाद देने गए है लेकिन राजनीतिक पंडित इसे विरोधी स्वर अपना रहे केशव को शांत करने की पार्टी और संघ के नेताओं की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी