*लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र नेताओं और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच हुए हिंसक संघर्ष के बाद सामने आई समाजवादी पार्टी की युवा ब्रिगेड.. छात्र संघ के पूर्व अध्यक्षों और नेताओं ने वर्तमान छात्र नेताओं को दी हर हाल में गुरुजनों का सम्मान करने की नसीहत.. और शिष्टाचार का पालन करने का दिया निर्देश.. विश्वविद्यालय प्रशासन को भी दिया छात्र हितों को सर्वोपरि रखने का सुझाव ..पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप डॉ राजेंद्र चौधरी पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सत्यदेव त्रिपाठी की अगुवाई में सकारात्मक पहल.. सपा ने जारी किया प्रेस नोट ..” द इंडियन ओपिनियन “में आदित्य यादव की रिपोर्ट..*


समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव व पूर्व कैबिनेट मन्त्री मा.अरविन्द कुमार सिंह “गोप” जी ने हज़रतगंज, लखनऊ के होटल रॉयल कैफे में लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व पदाधिकारियों की संयुक्त प्रेस कांफ्रेन्स को सम्बोधित किया। लखनऊ विश्वविद्यालय में गत दिनों में घटी घटनाओं से प्रभावित परिसर के स्वस्थ शैक्षणिक माहौल पर चिन्ता जताते हुये मा.गोप जी ने कहा ऐसी घटनाओं के लिये विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ साथ छात्रों की भी छवि को ख़राब किया है, विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा द्वेष वश अथवा राजनैतिक दुराग्रह से प्रेरित होकर किसी छात्र को प्रवेश से वंचित करना उसके मौलिक अधिकारों का हनन है, साथ ही छात्रों को नसीहत देते हुये कहा कि छात्रों को अपने अधिकारों के लिये लोकतांत्रिक तरीक़े से संघर्ष कर आवाज मुखर करनी चाहिये, किसी प्रकार की हिंसा अथवा गुरुजनों का अनादर सर्वथा अस्वीकार्य है।गुरुजनों के प्रति आदर का भाव रखना हमारी संस्कृति है। अपने सम्बोधन में मा.गोप जी ने कुलपति महोदय एवं कुलाधिपति महामहिम राज्यपाल महोदय से अपेक्षा व्यक्त की कि पहल कर विश्वविद्यालय में स्वस्थ शैक्षणिक माहौल हेतु आगे आयें, सभी छात्र कुलपति महोदय एवं गुरुजनों के प्रति आदर के भाव के साथ अपनी माँग रखने पर साथ देने का भरोसा दिया।
इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पूर्व मन्त्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व अध्यक्ष लविवि छात्रसंघ सत्यदेव त्रिपाठी,अतुल कुमार अंजान, कुँवर रामवीर सिंह, रविदास मेहरोत्रा, अरविन्द कुमार सिंह(एमएलसी), राजपाल कश्यप(एमएलसी), पूर्व महामन्त्री अनिल सिंह ‘वीरू’,रमेश दीक्षित,राजेश कुमार यादव ‘राजू’ सहित अन्य पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारी उपस्थित रहे।