सीतापुर। ग्राम अरुआ भंगहा में शुगर चीनी मिल बिसवां के सलाहकार ने गन्ने की फसल का लिया जायजा, किसानों को दिए उचित सुझाव। दि सेकसरिया शुगर फैक्ट्री बिसवां के महाप्रबंधक व सलाहकार ने क्षेत्र के गन्ना किसानों की फसल को देख कर उन्हें उचित सुझाव व जानकारी उपलब्ध कराई।
सांडा क्षेत्र के ग्राम अरुआ भंगहा में गन्ने की फसल के निरीक्षण के दौरान फैक्ट्री के महाप्रबंधक डॉ अनूप कुमार ने बताया कि मिल क्षेत्र करीब 90% को 0238 प्रजाति का रकबा है, जो लाल सड़न काना रोग से ग्रसित हो रही है। उसका विकल्प चयन ही चुनौतीपूर्ण है। उस पर हम कार्य कर रहे हैं। काफी हद तक उस स्थिति से निपटने की योजना तैयार है।
गन्ने की फसल को रोगों से बचाने के संबंध में जानकारी देते हुए फैक्ट्री के सलाहकार डॉ राम कुशल सिंह ने कहा कि क्षेत्र में जैविक खाद के प्रयोग को बढ़ाकर गन्ने की प्रजाति से भी और अधिक उत्पादन लिया जा सकता है। सहायक प्रबंधक गन्ना विमल मिश्रा ने बताया कि इस गांव में इस खेत को तैयार करने के लिए बीजामृत व ट्राइकोडरमा वेडी से उपचारित बीज की बुवाई की गई थी।
इस खेत में किसी भी रासायनिक पदार्थ का प्रयोग नहीं किया गया है। सिर्फ जैविक खादों के प्रयोग से फसल उगाई जा रही है।
इस दौरान फैक्ट्री के एडीएम राजीव तोमर व फैक्ट्री के ओमप्रकाश यादव तथा किसान गोवर्धन लाल, विश्वनाथ वर्मा, रामचंद्र, विनोद कुमार, गया प्रसाद, राम लखन, मुक्ता प्रसाद इत्यादि तमाम किसान मौजूद रहे।
रिपोर्ट- रामेश्वर दयाल अवस्थी