-15 हजार फुट की ऊंचाई से गिर रहे साथी को बचाने में शहीद हुए थे मेजर पंकज पाण्डेय
-कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के चलते गृह नगर नहीं लाई जा सकी हरदोई के लाल की पार्थिव देह
अरुणाचल प्रदेश के तंबौला में साथी को बचाने में खाई में गिरे हरदोई निवासी मेजर पंकज पाण्डेय ने गुरुवार देर रात गुवाहाटी के हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। मेजर की मौत की खबर आते ही उनके घर में कोहराम मच गया और परिवार को जानने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार (आज) को पूरे सैन्य सम्मान के साथ असम के लेखापानी में उनका अंतिम संस्कार किया गया और वीडियो कॉल के माध्यम से परिजनों ने अंतिम दर्शन किये।
हरदोई शहर से सटे महोलिया शिवपार निवासी व्यवसायी अवधेश पाण्डेय के दो पुत्र हैं। बड़ा बेटा पंकज व छोटा बेटा आशीष। सेना में मेजर के पद तैनात पंकज की तैनाती अरुणाचल प्रदेश के तंबोला में थी। अवधेश ने बताया कि 19 जुलाई की दोपहर उनके पास फोन आया कि एक हादसा हुआ है, जिसमें बेटे पंकज को गंभीर चोटें आईं हैं। इसके बाद वे आशीष के साथ गुवाहाटी हॉस्पिटल पहुंचे। मेजर की शहादत से उनकी पत्नी कंचन सदमे में हैं।
पांच वर्ष पहले दोनों का विवाह हुआ था और डेढ़ वर्ष की बेटी अरु है। वहां उनके बेटे पंकज की रेजीमेंट बी सिख के अधिकारियों ने बताया कि 19 जुलाई की सुबह करीब 15 हजार फीट पर ड्यूटी दौरान एक साथी खाई में गिर रहा था जिसको बचाने का प्रयास पंकज ने किया। इसमें पंकज और उसका साथी नीचे खाई में गिरे। काफी देर के प्रयास के बाद दोनों को निकाला गया। पंकज के सिर से लेकर गर्दन तक गंभीर चोटें आईं थीं, जबकि उसके साथी को भी चोटें आईं थीं। दोनों को गुवाहाटी के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां दूसरा साथी तो खतरे से बाहर है, लेकिन पंकज ने दम तोड़ दिया।
हरदोई से शिवहरि दीक्षित की रिपोर्ट