*MP के DGP रहे IPS ऋषि कुमार शुक्ला बने CBI के नए डायरेक्टर*



देवव्रत शर्मा
नई दिल्ली। ऋषि कुमार शुक्ला कोे नया सीबीआई डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। वे 1983 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक रह चुके हैं। माना जा रहा है कि सरकार ने उनकी सीधे नियुक्ति की है, जबकि एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाले पैनल ने दूसरी बार बैठक की थी। बताया गया था कि इसमें जांच एजेंसी के डायरेक्टर की नियुक्ति पर कोई फैसला नहीं हो पाया था।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointment Committee of the Cabinet) ने ऋषि कुमार शुक्ला को केन्द्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) का नया डायरेक्टर नियुक्त किया है। इससे पहले, आईपीएस ऋषि कुमार शुल्का मध्य प्रदेश के डीजीपी थे। लेकिन, हाल में उनका तबादला कर चेयरमैन मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की जिम्मेदारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई के शीर्ष दो अधिकारियों की आपसी खींचतान में आलोक वर्मा को निदेशक पद से हटाए जाने के बाद 10 जनवरी से यह पद खाली पड़ा है। इससे पहले 24 जनवरी को समिति की बैठक हुई थी, जिसमें कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
 
सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा और सीबीआई के ही पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की लड़ाई के बाद सीबीआई चर्चा में आई थी। सीबीआई के नंबर वन और टू अधिकारी ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। जिसके बाद आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर के पद से हटाकर दमकल सेवा महानिदेशक, नागरिक रक्षा और होम गार्ड्स का महानिदेशक बनाया गया था, जिसके बाद उन्होंने खुद इस्तीफा दे दिया था।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointment Committee of the Cabinet) ने ऋषि कुमार शुक्ला को केन्द्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) का नया डायरेक्टर नियुक्त किया है। इससे पहले, आईपीएस ऋषि कुमार शुल्का मध्य प्रदेश के डीजीपी थे। लेकिन, हाल में उनका तबादला कर चेयरमैन मध्य प्रदेश पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन की जिम्मेदारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई के शीर्ष दो अधिकारियों की आपसी खींचतान में आलोक वर्मा को निदेशक पद से हटाए जाने के बाद 10 जनवरी से यह पद खाली पड़ा है। इससे पहले 24 जनवरी को समिति की बैठक हुई थी, जिसमें कोई नतीजा नहीं निकल पाया था।
सीबीआई के पूर्व निदेशक आलोक वर्मा और सीबीआई के ही पूर्व स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की लड़ाई के बाद सीबीआई चर्चा में आई थी। सीबीआई के नंबर वन और टू अधिकारी ने एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। जिसके बाद आलोक वर्मा को सीबीआई डायरेक्टर के पद से हटाकर दमकल सेवा महानिदेशक, नागरिक रक्षा और होम गार्ड्स का महानिदेशक बनाया गया था, जिसके बाद उन्होंने खुद इस्तीफा दे दिया था।