द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी
भारतीय जनता पार्टी ने लगातार तीसरी बार लाला रंजीत के परिवार पर भरोसा जताकर उनकी बढ़ती हुई राजनैतिक ताकत पर अपनी मुहर लगा दी है वही,पूर्व मंत्री संग्राम सिंह वर्मा की बहू और पूर्व प्रमुख सुरेंद्र सिंह वर्मा की धर्मपत्नी शीला सिंह वर्मा को टिकट देकर समाजवादी पार्टी ने स्थानीय निकाय चुनाव में नवाबगंज नगरपालिका के लिए मजबूत दावेदारी ठोक दी है .कुर्मी यादव और मुस्लिम का बेजोड़ समीकरण एक बहुत बड़े वोट बैंक का निर्माण करता है जिसमें सेंधमारी करना भारतीय जनता पार्टी के लिए आसान नहीं होगा।
दो चुनाव जीत चुके लाला रंजीत बहादुर श्रीवास्तव के परिवार को भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार भी मौका दिया है पहले लाला रंजीत खुद चेयरमैन बने इसके बाद उनकी पत्नी निवर्तमान चेयरमैन है और दूसरी बार भी उनकी पत्नी को ही बीजेपी ने टिकट देकर शीला सिंह वर्मा की चुनौती को गंभीरता से लिया है । भारतीय जनता पार्टी का यह फैसला इस बात का संकेत है कि खुद भाजपा के बड़े नेता यह मान रहे हैं कि शीला सिंह वर्मा के सामने चुनाव जीतना आसान नहीं होगा और इसीलिए भाजपा के पुराने समर्पित नेताओं की उपेक्षा करके तीसरी बार रंजीत बहादुर श्रीवास्तव के ही परिवार में टिकट दिया गया है ।
भाजपा सांसद उपेंद्र रावत शुरू से ही मान रहे थे कि रंजीत बहादुर श्रीवास्तव का परिवार ही बाराबंकी नगर पालिका जीतने में सक्षम है क्योंकि यहां की चुनावी रणनीति दूसरे प्रत्याशियों के लिए आसान नहीं होगी सभी वर्गों के मतदाताओं से वोट हासिल करना पड़ेगा चुनाव में हर तरह के दांव पर चलने होंगे और ऐसे में दबंग नेता की छवि रखने वाले रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ही कारगर साबित हो पाएंगे ।
इतना ही नहीं कुछ दिनों पहले द इंडियन ओपिनियन से खास बातचीत में रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने बाकायदा भाजपा को चुनौती देते हुए यह कह दिया था कि उनके परिवार के अलावा कोई भाजपा से चुनाव जीत नहीं पाएगा और उनकी बात सच साबित हो गई पार्टी ने तीसरी बार उनके परिवार में टिकट देकर इस बात पर मुहर लगा दी कि नगर पालिका नवाबगंज का चुनाव जीतने में कम से कम भाजपा नेताओं की निगाहों में रंजीत बहादुर श्रीवास्तव का परिवार ही कामयाब हो सकता है ।
जानकार सूत्रों के मुताबिक पहले के दो चुनाव लाला रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने आसानी से जीत लिए थे लेकिन यह चुनाव उनके लिए बहुत मुश्किल साबित होने वाला है क्योंकि मैदान में शीला सिंह वर्मा है लाला रंजीत बहादुर श्रीवास्तव का दावा है कि समाज के सभी वर्गों से उन्हें वोट मिलता है और इस बार तो मुसलमानों का भी वोट होने मिलने वाला है उनका कहना है कि शीला सिंह वर्मा से ज्यादा कुर्मी मतदाता उन्हें वोट करेंगे क्योंकि उन्होंने सभी वर्गों के लिए ईमानदारी से काम किया है और शहर का विकास कराया है । वहीं सपा प्रत्याशी शीला सिंह वर्मा का कहना है कि “शहर में कितना विकास करवाया गया है यह आम जनता खुद देख रही है चारों तरफ गंदगी और अव्यवस्था का साम्राज्य है शहर में महिलाओं के लिए शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है ऐसे में आम जनता इस बार सोच समझ कर फैसला करेगी”। बाराबंकी का चुनाव काफी रोचक हो गया है ऐसे में देखने वाली बात होगी के नगर पालिका की रणभूमि में कौन असली योद्धा साबित होगा ।