आमतौर पर यूरिक एसिड सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी उसे फिल्टर करके आसानी से यूरीन के जरिए बॉडी से बाहर भी निकाल देती है। लेकिन जब बॉडी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है और किडनी उसे फिल्टर करके बाहर निकालने में नाकामयाब रहती है तो ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते हैं। यूरिक एसिड का जोड़ों में जमा होना गाउट का कारण बनता है।
ज्वार की रोटी
यूरिक एसिड के मरीज डाइट में ऐसे खाना खाएं जिसमें प्रोटीन, हेल्दी फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स हों। ज्वार का आटा यूरिक एसिड के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद है। इसलिए इसके मरीजों को ज्वार का आटा खाना चाहिए। ज्वार के आटे में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल में होगा।
चावल खाएं
चावल बॉडी में कार्बोहाइड्रेट और विटामिन बी की की कमी को पूरा करता है। साथ ही ये एक ऐसा अनाज है जिसमें प्यूरीन बहुत कम मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में जो लोग हाई यूरिक एसिड के मरीज हैं उन्हें चावल खाना चाहिए। फाइबर से भरपूर चावल पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है।
मूंग दाल
वैसे तो मूंग दाल में प्यूरीन ज्यादा मात्रा में होता है लेकिन ये यूरिक एसिड को नहीं बढ़ाती है। इसलिए यूरिक एसिड से ग्रसित लोग अपनी डाइट में मूंग की दाल का सेवन करें। इस दाल में बहुत मात्रा में प्रोटीन होता है।साथ ही ये पेट के लिए भी बेहद असरदार है। इसके सेवन से कब्ज की शिकायत दूर होती है।