*प्रकृति का संरक्षण ही हमारे जीवन को संरक्षित करता है- जिलाधिकारी THE INDIAN OPINION*


बाराबंकी । ‘‘ भारत छोड़ो आन्दोलन की 77 वीं वर्षगाॅठ के अवसर पर सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में वृक्षारोपण महाकुम्भ का आयोजन कर ग्राम पंचायत/नगर निकाय स्तर पर निरूपित माइक्रोप्लान के अनुसार 22 करोड़े पौधों का रोपण किये जाने का लक्ष्य उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित किया गया। वृक्षारोपण महाकुम्भ अभियान के अन्तर्गत जनपद बाराबंकी में 44 लाख 09 हजार 883 पौध रोपण का लक्ष्य आवंटित किया गया था, वृक्ष एक लाभ अनेक, वृक्षारापेण का यह पैगाम स्वस्थ सुखी हो हर इंसान के उद्देश्य से जनपद बाराबंकी में वन विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, आवास विकास विभाग, बेसिक शिक्षा, पंचायतीराज विभाग, राजस्व विभाग सहित अन्य सभी विभागों ने मिलकर प्रातः 10 बजे तक 1613326, 11 बजे तक 2195895, 12 बजे तक 2754654, दोपहर 01 बजे तक 3587996, 02 बजे तक 4152925, 03 बजे तक 4286297 तथा अपरान्ह 03.20 बजे तक 4421323 पौधे रोपित कर लक्ष्य को पूरा किया गया। वृक्षारोपण के अवसर पर अपर मुख्य सचिव, बेसिक/राजस्व उ0प्र0शासन रेणुका कुमार, जिलाधिकारी डाॅ0आदर्श सिंह, सीडीओ सहित जनपद के सभी लोगों ने पौधे रोपित कर पर्यावरण संरक्षण मंे आज अपना सक्रिय योगदान दिया।


निकट बिजली घर रसौली बाराबंकी में वृहद वृक्षारोपण महाकुम्भ का आयोजन अपर मुख्य सचिव, बेसिक/राजस्व उ0प्र0शासन रेणुका कुमार की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने कहा कि आज यहाॅ ऐसे पौधों को रोपित किया गया है जो महात्मा गांधी को अत्यधिक प्रिय थे। पेड़ और हमारा जीवन दोनों एक दूसरे के पूरक है, पूरी धरती को संरक्षित करने के लिए वृक्षारोपण आवश्यक है। मानव अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए आदिकाल से ही वनों एवं वृक्षों पर आश्रित रहा है। वनों से समाज को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष लाभ प्राप्त होते है। उन्होंने कहा कि आज इस औद्योगिक युग में भी हरा चारा, ईंधन, ईमारती लकड़ी, औषधियाॅ, रेशे, फल और फूल, कृषि उपकरणों हेतु लघु प्रकोष्ठ तथा विभिन्न उद्योगों हेतु कच्चे माल की आपूर्ति के लिए वनों पर हमारी निर्भरता बनी हुई है


जिलाधिकारी डाॅ0आदर्श सिंह ने कहा कि ‘जीवन’ कितना प्यारा व सुन्दर शब्द है। जीवन शब्द वास्तव में दो शब्दों से बना है जीव व वन। उन्होंने बताया कि वन, तापक्रम नियंत्रित कर वर्षा की निरन्तरता बनाए रखने, हानिकारक कार्बन डाई आॅक्साइड को प्राणदायिनी आॅक्सीजन में परिवर्तित करने, भूमि के क्षरण को रोकने तथा उसकी उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते है। उन्होंने कहा कि हर चीज एक दूसरे से जुड़ी है। एक दूसरे पर प्रभाव डालती है। अतः सभी के मध्य सन्तुलन बनाना अति आवश्यक है। जहाॅ प्रकृति में सन्तुलन बना हुआ है, वहीं प्रक्ति के समस्त वरदान -शुद्ध हवा, धूप, पानी और शान्ति के रूप में हमें मिले है। अतएव प्रकृति को संरक्षित करते हुए हम अपने जीवन को भी संरक्षित कर रहे होते है।

इस अवसर पर सांसद उपेन्द्र सिंह रावत, विधायक रामनगर शरद कुमार अवस्थी, विधायक दरियाबाद सतीश शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी मेधा रूपम, अपर जिलाधिकारी संदीप कुमार गुप्ता, प्रभागीय वनाधिकारी एन0के0सिंह, सहायक निदेशक सूचना कुमकुम शर्मा, जिला पंचायतअपर मुख्य अधिकारी अनामिका सिंह, सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा