बाराबंकी। छत्रपति शाहूजी महाराज आरक्षण के जनक थे। सामाजिक विषमताओं को खत्म कर समतामूलक समाज की स्थापना में छत्रपति शाहूजी महाराज का लक्ष्य था। वर्तमान समय में नौजवानों को छत्रपति शाहूजी महाराज की नीतियों से प्रेरणा लेकर समाज के नवनिर्माण में लगना चाहिए।
उक्त विचार आज छत्रपति शाहूजी महाराज के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित गांधी भवन में संगोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री आर के चौधरी ने व्यक्त किए।
पूर्व मंत्री आर के चौधरी ने साहू जी महाराज के जीवन पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि शाहू जी महाराज सामाजिक संत थे, वर्ण व्यवस्था व जाति व्यवस्था में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने के प्रयास में उन्होंने आरक्षण की शुरुआत की। उनका मानना था कि समाज में कमजोर जातियों को समान अवसर मिलना चाहिए। रोजी रोटी के साथ-साथ सामाजिक भेदभाव को आरक्षण की मूल भावना से खत्म किया जा सकता है। आज उनके द्वारा दिए गए आरक्षण को पूरे देश में लागू कर समाज को बराबरी की दिशा में लाने का कार्य होना चाहिए।
पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने उपस्थित सपा कार्यकर्ताओं से भाजपा की अलगाववादी नीतियों से सावधान रहने की बात करते हुए कहा कि भाजपा आरक्षण को खत्म करना चाहती है, सपा कार्यकर्ताओं को एकजुटता का परिचय देकर सामाजिक विषमताओं को खत्म कर समाजवादी व्यवस्था को मजबूत करने में लग जाना चाहिए।
सपा प्रदेश सचिव हुमायूं नईम खान के संचालन में इस संगोष्ठी को संबोधित करने वालों में सपा जिला उपाध्यक्ष मो सबाह, सपा नेता राजेंद्र प्रसाद वर्मा पप्पू, सपा जिला कोषाध्यक्ष प्रीतम सिंह वर्मा, सपा सचिव विरेंद्र नेवली, कौशल किशोर धीमान, राजेश वर्मा, डॉक्टर रामनरेश पटेल, सदस्य जिला पंचायत चख्खन यादव, सपा नेता चंद्र प्रकाश राजवंशी, उत्तम नेवला, राजेंद्र रावत, अंकित लोधी, सिद्धांत कपिल, वीरेंद्र पटेल, राम किशोर प्रजापति, राम सिंह यादव, अतुल रावत, राजेश वर्मा आदि प्रमुख थे।
रिपोर्ट- योगेश तिवारी